तुम मुझे पसंद हो
पर, तुम मुझे पसंद ना करना|
अभी खुशियों से भरी है ज़िंदगी तुम्हारी
गमों में डूब जायेगे वर्ना |
बहुत पसंद हो तुम मुझे
और मैं तुम्हे,बहुत चाहता भी हूँ |
पर क्या करू मैं!!!!!!
मैं तुम्हे,खुश देखना भी चाहता हूँ |
कैसे कहूँ,
किस दौर से गुज़र रही है ज़िंदगी मेरी |
जल रहा हूँ जिस आग में …..
क्यूं!!!! जला दूं उसमे,ज़िंदगी तेरी |
अफसोस...... तुम्हारे बिना ये ज़िंदगी वीरान हो जायेगी,
और हमेशा,तुम्हारी कमी भी रहेगे |
पर शायद ......... दिल के किसी कोने में
तुम्हे खुश देखकर,खुशी भ़ी रहेगी …....
" D LOST PLANET "
" D LOST PLANET "